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आतंक के खिलाफ बड़ी सफलता,अल-कायदा प्रमुख अल जवाहिरी का खात्मा

आतंकवाद के खिलाफ दुनिया को एक और सफलता मिली है। बताया जा रहा है कि अमेरिका के ड्रोन हमले में अल कायदा के प्रमुख अयमान अल-जवाहिरी की मौत हो गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इसको लेकर ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा, ‘शनिवार को मेरे निर्देश पर अमेरिका ने अफगानिस्‍तान, काबुल में कामयाब हवाई हमला किया,जिसमें अल कायदा का अमीर अयमान अल जवाहिरी मारा गया। इंसाफ हो गया।’

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने सोमवार को व्हाइट हाउस से दिए गए संबोधन में भी कहा, ‘अब न्याय हो गया है और अब यह आतंकी नेता नहीं रहा।’ आतंकी अल-जवाहिरी पर हजारों अमेरिक‍ियों की हत्या का आरोप था। उसल पर 25 मिलियन डॉलर का इनाम था। आतंक के खिलाफ इसे बड़ी सफलता मानी जा रही है। बताया जा रहा है कि 11 सितंबर 2001 में हुए हमले में अल-जवाहिरी शामिल था, उस हमले में करीब 3000 लोगों की मौत हुई थी।

रात के अंधेरे में किया गया एयर स्ट्राइक,

CNN की रिपोर्ट के मुताबिक, अल कायदा का चीफ अल जवाहिरी अपने परिवार से मिलने के लिए काबुल पहुंचा हुआ था. जो बाइडेन ने बताया कि, दो हेलफायर मिसाइलों का इस्तेमाल करके अल कायदा प्रमुख को मार गिराया गया। ड्रोन स्ट्राइक 31 जुलाई रात 9:48 बजे की गई. जिस वक्त काबुल में ड्रोन स्ट्राइक की गई उस दौरान कोई भी अमेरिकी सैन्यकर्मी वहां मौजूद नहीं था।

अमेरिका के साथ ही भारत को भी था जवाहिरी से खतरा

जवाहिरी अमेरिका के साथ ही भारत के लिए भी खतरा बना हुआ था। साल 2014 में जवाहिरी ने AQIS के गठन की घोषणा की थी और भारत में जन्मे आसिम उमर को इसका प्रमुख बनाया गया था. इसका मकसद भारत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, म्यांमार और बांग्लादेश की सरकारों के खिलाफ जिहाद करना है।

एक वीडियो मेसेज में जवाहिरी ने ‘कश्‍मीर में मुजाहिद्दीनों’ से कहा था कि वे भारतीय सेना और सरकार पर निरंतर हमले करते रहें।यह मेसेज अलकायदा के मीडिया विंग अल शबाब ने जारी किया था। जवाहिरी ने यह भी बताया था कि किस तरह से पाकिस्‍तान कश्‍मीर में सीमापार आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है।

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