Opinion

पास्टर बजिंदर ने हत्या ,बलात्कार से लेकर ठगी तक के कारनामों को अंजाम दिया है

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो ‘मेरा जशु जशु’ में गूँगी बच्ची के बोलने का ढोंग करवाने वाला चमत्कारी पादरी बजिंदर सिंह के बारे में जितना आपने देखा और सुना है, वह उससे कहीं बड़ा शैतान है। खुद को ईसा के पैगम्बर बताने वाला ये ढोंगी न सिर्फ पवित्र जल से मुर्दे को जिंदा करने का दावा करता था, बल्कि धर्मान्तरण, ठगी, ब्लैकमेलिंग से लेकर अपने ही फॉलोवर्स का बलात्कार तक करता रहा है।ताज़ा वायरल वीडियो मामले में तो खैर नेशनल कमीशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ चाइल्ड राइट्स (NCPCR) ने चंडीगढ़ के डीसी मनदीप सिंह बराड़ को एक पत्र लिखा है। पत्र के ज़रिए ‘चर्च ऑफ ग्लोरी विज़डम’ चंडीगढ़ के पादरी बजिंदर सिंह के खिलाफ कार्रवाई करने की सिफारिश की गई है।

एनसीपीसीआर के प्रधान सचिव धर्मेंद्र भंडारी ने यह पत्र ट्विटर पर पोस्ट की गई एक वीडियो ‘मेरा जशु जशु’ वायरल वीडियो के मामले में जारी किया है, जिसमें पादरी बजिंदर सिंह एक नाबालिग बच्चे को ‘धार्मिक कार्य’ के लिए ज़बरदस्ती प्रेरित करता दिख रहा है। पत्र में उपायुक्त को मामले की जाँच कर अगले सात दिनों के भीतर की गई कार्रवाई की रिपोर्ट भेजने को कहा गया है।पत्र में कहा गया है कि ट्विटर पर पोस्ट वीडियो में पादरी बजिंदर सिंह को अंधविश्वास फैलाने के लिए एक नाबालिग लड़के का सहारा लेते हुए देखा जा सकता था। वीडियो में नाबालिग रोता नज़र आ रहा है। वह डरा हुआ और असामान्य दिख रहा है।
आयोग के संज्ञान में आया है कि इंटरनेट मीडिया पर पादरी बजिदर सिंह के चर्च ऑफ ग्लोरी विज़डम, चंडीगढ़ के नाम से ऐसे कई वीडियो उपलब्ध हैं जो अंधविश्वास को बढ़ावा दे रहे हैं।लेकिन पास्टर बलजिंदर सिंह सिर्फ धर्मान्तरण या ढोंग करने वाला करने वाला एक साधारण ईसाई पादरी ही नहीं है, बल्कि वो एक ठग, ब्लैकमेलर, ढोंगी, हत्यारा और बलात्कारी भी है। उसके अपराधों में से कुछ मामलों का हम ज़िक्र कर रहे हैं।

बिग हीलिंग क्रूसेड’ के जरिए मतान्तरण

ढोंगी पादरी बजिंदर सिंह ‘बिग हीलिंग क्रुसेड’ कार्यक्रम भी आयोजित कराता है, जहाँ चमत्कारों के ज़रिए लोगों को ईसा के प्रति आस्था पैदा करने के प्रयासों के बाद धर्मान्तरण किया जाता है। हाल ही में वायरल हुआ वीडियो ‘मेरा जशु जशु’ ऐसे ही एक बिग हीलिंग क्रूसेड कार्यक्रम का था।ईसाई मिशनरी और संस्थाएँ दरअसल इन कार्यक्रमों की आड़ में धर्म-परिवर्तन और अंधविश्वास जैसी चीज़ों को बढ़ावा देती हैं। वर्ष 2017 में ऐसे ही एक मूर्खतापूर्ण वीडियो में बजिंदर एक मृत बच्चे को ज़िंदा करता नज़र आता है।सोशल मीडिया पर ऐसे बहुत से वीडियो लोगों को मूर्ख बनाकर ठगी और धर्मान्तरण के उद्देश्य से बजिंदर और उसके शिष्य शेयर करते रहते हैं। इन वीडियोज़ के ज़रिये कम पढ़े-लिखे या परेशानी से जूझ रहे लोगों में अपने धर्म के प्रति घृणा पैदा कर ईसाई धर्म के प्रति आकर्षण पैदा करने का प्रयास किया जाता है। भोले-भाले, कम पढ़े लिखे या ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले लोग ऐसे चमत्कारिक वीडियो के झाँसे में आसानी से फँस भी जाते हैं। उन्हें पता ही नहीं चल पाता कि ऐसे वीडियो पूर्व नियोजित तरीके से लोगों को धोखा देने के लिए ही बनाए जाते हैं।

कैसंर ठीक करने और मुर्दे को जिंदा करने के नाम पर 80,000 रुपए ठगे

पादरी बजिंदर सिंह पर मृत लड़की को ज़िंदा करने का झाँसा देकर 80 हज़ार रुपए ठगने का मामला भी दर्ज है। मामले के अनुसार मुंबई के शुभम पंडित की 17 साल की छोटी बहन नंदनी कुछ समय से कैंसर से पीड़ित थी। शुभम पंडित मुंबई में बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखता है और उसके पिता की कई साल पहले मृत्यु हो चुकी है।डॉक्टरों ने शुभम पंडित को बताया कि उसकी बहन का इलाज नहीं हो सकता क्योंकि वह कैंसर की गंभीर स्थिति पर पहुँच चुकी थी। इसी परेशानी के बीच शुभम मुंबई की स्वरणा खेड़े के संपर्क में आए, जो पास्टर बजिंदर सिंह के लिए काम करती है।उसने शुभम को भरोसा दिलाया कि पास्टर बजिंदर सिंह कैंसर सहित हर गंभीर और ला-ईलाज बीमारी का भी उपचार करता है और वह मुर्दों को भी ज़िंदा करने की भी ताकत रखता है।पादरी बजिंदर सिंह ने शुभम की बहन नंदिनी का कैंसर जड़ से खत्म करने का दावा करते हुए उसे पंजाब बुलाया। जब शुभम अपनी बहन नंदिनी को लेकर बजिंदर सिंह से मिलने राजपुरा कुराली रोड न्यू चंडीगढ़ में गए तो उनसे अपॉइंटमेंट के नाम पर 5,000 रुपए ले लिए गए और 10-12 दिनों बाद उन्हें जालंधर के एक चर्च में मिलने को कहा गया।

28 फरवरी, 2021 को शुभम को फोन करके गाँव ताजपुर नकोदर रोड जालंधर में स्थित चर्च में बुलाया गया। वहाँ शुभम की बहन नंदिनी का कैंसर ठीक करने के लिए 1,00,000 की माँग की गई। इस पर शुभम ने अपनी आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए इतने पैसे देने में असमर्थता जताई।इस पर बजिंदर सिंह ने कहा कि अगर शुभम, उसकी बहन नंदिनी और उसकी माँ वीणा पंडित धर्म परिवर्तन कर ईसाई बन जाएँ तो वह नंदिनी का इलाज बहुत कम पैसों में कर देगा। बजिंदर सिंह के झाँसे में आकर शुभम ने उसकी बात मान ली। बजिंदर सिंह ने उनका धर्म परिवर्तन कराने के बाद, उनसे नंदिनी के ईलाज के नाम पर 40,000 रुपए भी ले लिए।इसके बाद बजिंदर सिंह ने दवा के नाम पर कुछ ‘प्रसाद’ खिलाया, ‘पवित्र जल’ पिलाया, कुछ मंत्र पढ़े और ईसा से प्रार्थना की। बजिंदर सिंह ने शुभम से कहा कि उसने नंदिनी का कैंसर निकाल कर ठीक कर दिया है और कुछ ही दिनों में नंदिनी भागने-दौड़ने लग जाएगी। पास्टर ने उन्हें रोज़ाना बाइबिल पढ़ने का भी निर्देश दिया। इसके बाद वे लोग घर आ गए।

लेकिन नंदिनी की तबीयत में कोई सुधार नहीं हुआ। इसके बाद पास्टर बजिंदर सिंह ने ताजपुर गाँव स्थित चर्च में 11 अप्रैल, 2021 को स्पेशल प्रेयर करवाने की बात कही। इसी दौरान वीडियो कॉल से पास्टर ने मंत्रों से नंदिनी का इलाज शुरू किया, मगर नंदिनी की मृत्यु हो गई।इसके बाद बजिंदर सिंह ने मरी हुई नंदिनी को फिर से ज़िंदा करने के नाम पर 50,000 रुपयों की माँग की। शुभम ने उस वक्त 30,000 रुपए देकर बाकी पैसे मुम्बई में देने की बात कही, मगर नंदिनी फिर से ज़िंदा नहीं हुई।शुभम ने बताया, “न तो मेरी बहन ज़िंदा हुई और हमसे पैसे भी ठग लिए गए तथा धोखे से एक ब्राह्मण परिवार का धर्मांतरण करवाकर ईसाई बना दिया।”
अपनी ही फॉलोवर महिला का बलात्कार

खुद को ‘ईसा मसीह का पैगंबर’ बताकर भविष्य में होने वाली घटनाओं की भविष्यवाणी करने का दावा करने वाले ठग पादरी बजिंदर सिंह को 2017 में अपनी ही फॉलोवर लड़की से दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।2017 में एक महिला ने जालंधर चर्च के पादरी बजिंदर पर आरोप लगाए थे कि उसने विदेश भेजने के नाम पर उससे दुष्कर्म किया और वीडियो भी बना लिया। इस मामले में जीरकपुर पुलिस ने आरोपित पास्टर बजिंदर के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया था।21 जुलाई को उसका इंग्लैंड में कार्यक्रम था। इंग्लैंड भागने की फिराक में जब बजिंदर दिल्ली एयरपोर्ट पहुँचा तो वहाँ से जीरकपुर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद उसे अदालत में पेश किया गया था, जहाँ से पुलिस को उसकी तीन दिन की रिमांड मिल गई थी।

बेहोश कर किया रेप

एक 36 वर्षीय महिला ने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया था कि चर्च ऑफ ग्लोरी एंड विज़डम के अध्यक्ष बजिन्दर सिंह, उसे अपनी गाड़ी से चंडीगढ़ के सेक्टर-63 स्थित घर ले जाता था, जहाँ उसने महिला के साथ 3 बार बलात्कार की घटना को अंजाम दिया।महिला ने अपनी शिकायत में कहा था कि बजिन्दर ने अपनी ‘स्पेशल पॉवर’ का इस्तेमाल कर उसे बेहोश कर दिया था और उसके साथ बलात्कार किया। होश में आने के बाद महिला को उत्पीड़न होने की जानकारी हुई। पीड़ित महिला के 2 बच्चे हैं और वह सड़क के किनारे एक खाने का स्टॉल लगाती है।

महिला ने अपनी शिकायत में कहा था कि बजिन्दर ने अपनी ‘स्पेशल पॉवर’ का इस्तेमाल कर उसे बेहोश कर दिया था और उसके साथ बलात्कार किया था।
पीड़िता को पुलिस में शिकायत करने के लिए प्रेरित करने वाली एक वकील का कहना है कि पास्टर बजिन्दर महिलाओं को अपनी ‘स्पेशल अनुयायी’ बनाने के लिए आकर्षित करता है और बाद में उनकी आपत्तिजनक वीडियो बनाकर महिलाओं का यौन शोषण करता है।पुलिस ने पास्टर बजिंदर सिंह पर रेप करने की धारा 376, 420, 354, 294, 323, 506, 147, 149 व 67 आईटी एक्ट की धारा के तहत मामला दर्ज किया था।

विदेश भेजने के नाम पर ठगी

आरोपित पादरी पर यह भी आरोप है कि वह लोगों को विदेश भेजने के नाम पर लोगों से पैसे इकट्ठा करता है। बलात्कार का मामला सामने आने के बाद पुलिस ने इसकी भी जाँच शुरू कर दी थी कि युवती से रेप करने के आरोपित पास्टर बजिंदर ने और कितने लोगों को बाहर भेजने के नाम पर ठगी या रेप किया है।
जाँच में सामने आया कि आरोपित पास्टर अभी तक विदेश भेजने के नाम पर 8 लोगों से 7-7 लाख रुपए ठग चुका है। उसने प्रत्येक व्यक्ति से 7 लाख रुपए लेकर वीज़ा बनवाने का झाँसा दिया था।

पवित्र जल की बिक्री से ठगी

जाँच के दौरान पुलिस को यह भी पता चला कि ढोंगी और ठग बजिन्दर सिंह एक पवित्र जल की बिक्री भी करता है। बजिन्दर का दावा है कि यह पवित्र जल विशेष प्रार्थनाओं से तैयार किया गया है और इसे पीने से हर तरह का दर्द और बीमारी ठीक हो सकती है।वह इस पवित्र जल को काफी ऊँची कीमतों पर बेचता है। ढोंगी पादरी ने इस पवित्र जल की बिक्री बढ़ाने और मार्केटिंग के लिए यूट्यूब चैनल और फेसबुक पेज भी बनाए हुए हैं।

बलात्कार, धर्मान्तरण और ठगी का आरोपित बजिन्दर सिंह विवाहित हैं और उसकी 2 बेटियाँ भी हैं। पास्टर बजिंदर सिंह एक हरियाणवी जाट है, जिसने मत परिवर्तन कर लिया था। 2016 में ‘चर्च ऑफ़ विज़डम एंड ग्लोरी’ नाम से एक गिरजाघर की स्थापना की और स्वयं ही उसका मुख्य पादरी बन बैठा।चर्च के ज़रिए उसने ईसाई मतांतरण का रास्ता चुना और इसके लिए ‘चमत्कारी’ कार्यक्रमों का आयोजन शुरू कर दिया। इन कार्यक्रमों के माध्यम से उसने न केवल मतांतरण बल्कि ठगी का धंधा भी शुरू कर दिया। जैसे-जैसे उसके पास पैसा आने लगा, उसने मार्केटिंग के ज़रिए खुद को पूरे पंजाब में एक चमत्कारी पुरुष के रूप में प्रचारित करना शुरू कर दिया।

जालंधर के कई चर्चों ने बजिंदर सिंह और उसके चर्च से 2018 में ही अपने सम्बन्ध ख़त्म कर दिए थे। तब एक ईसाई संस्था के प्रवक्ता फादर पीटर ने बताया था:बजिंदर और उनके चर्च का हमारी संस्था से कोई लेना-देना नहीं है, उस चर्च को वह स्वतंत्र रूप से चलाते हैं, जिसे मुख्यधारा के किसी गिरजाघर से मान्यता भी प्राप्त नहीं है, न ही उनके द्वारा किया जाने वाला कोई भी काम ईसाई परंपरा की मुख्यधारा से ताल्लुक रखता है।” बलात्कार से लेकर ठगी और धर्मान्तरण का आरोपित पास्टर बजिंदर ज़मानत पर खुलेआम जेल के बाहर घूम कर ठगी और धर्मान्तरण का घिनौना कु-कृत्य कर रहा है।वह खुलेआम यह दावा करता है कि उसके पास कैंसर से लेकर एड्स और कोरोना जैसी लाइलाज बीमारियों का इलाज है। ऐसे धूर्त का खुलेआम समाज में घूमना न केवल कानून पर सवाल खड़े करता है, बल्कि एक समाज के रूप में भी यह एक शर्मिंदगी का विषय है।

सन्दर्भ
https://hindi.opindia.com/reports/media/dd-news-punjabi-promotes-pastor-baljinder-singh-forced-christian-conversion/https://dopolitics.in/miracle-healer-rapist-fraud-pastor-bajinder-singh-conversion-church-of-glory-and-wisdom-jalandhar-punjab
Pastor Bajinder Singh Biography ( https://www.google.com/search?q=prophet+bajinder+singh+biography&oq=&aqs=chrome.0.69i59i450l8.1051063j0j7&sourceid=chrome&ie=UTF-8https://www.google.com/search?q=prophet+bajinder+singh+biography&oq=&aqs=chrome.0.69i59i450l8.1051063j0j7&sourceid=chrome&ie=UTF-8)

Back to top button